उन्होंने कहा कि उसी भाजपा ने, जिसने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद राम राज्य की कसम खाई थी, बिहार में सरकार गिरा दी थी और झारखंड में भी ‘वही कोशिश कर रही थी’. भाजपा के अमर बाउरी ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों ने लोकतंत्र शब्द का खूब इस्तेमाल किया, लेकिन उन्होंने राज्यपाल को अपना भाषण पूरा नहीं करने दिया. सोरेन ने कहा कि जब भाजपा राजनीतिक रूप से कुछ करने में सक्षम नहीं होती है, तो पीछे का दरवाजा लेती है और अपने प्रतिद्वंद्वी की पीठ पर हमला करती हैं. ईडी ने एक अन्य मामले में दो बार पूछताछ करने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में सोरेन को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था, जिसमें झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी आरोपी हैं. राज्यपाल पर सीधा हमला बोलते हुए सोरेन ने बीते 31 जनवरी की उस रात को ‘देश के लोकतंत्र में काली रातों और काले अध्यायों में सबसे नई घटना’ बताया, जब उन्हें गिरफ्तार किया गया था. सोरेन ने कसम खाई कि अगर भाजपा ने विधानसभा में उनकी 8 एकड़ जमीन के कथित अवैध अधिग्रहण के संबंध में कोई सबूत पेश किया तो वह राजनीति से इस्तीफा दे देंगे.